सनातन संस्कृति का महान पर्व है "गुरु पूर्णिमा" आचार्य शर्मा वैदिक

इंदौर। सनातन संस्कृति का महान पर्व है "गुरु पूर्णिमा" आचार्य शर्मा वैदिक इंदौर । भारद्वाज ज्योतिष एवम आध्यात्मिक शोध संस्थान एवं मध्यप्रदेश ज्योतिष एवं विद्वत परिषद द्वारा *व्यास पूर्णिमा* का पर्व *वैदिक विधि विधान* से सनातन परंपरा अनुसार परिषद मुख्यालय पर आचार्य शर्मा वैदिक के शिष्यों की उपस्थिति में श्रद्धा पूर्वक मनाया गया। परिषद के सी ए सोमेंद शर्मा ने बताया की गुरुपर्व पर *भगवान वेद व्यास जी,आदि शंकराचार्य एवम जगदगुरू श्रृंगेरी शंकराचार्य भारती तीर्थ महास्वमी एवम जगदगुरू शंकराचार्य विधूशेखर भारती * के चित्र का विधि विधान से पूजन हुआ । कार्यक्रम का शुभारंभ चारों वेदों के मंगल मंत्रों के साथ हुआ। मध्य प्रदेश ज्योतिष एवं विद्वत परिषद के प्रदेश अध्यक्ष आचार्य रामचंद्र शर्मा "वैदिक" भक्तमंडल के दीपक जैन टीनू,वरिष्ठ पत्रकार बृजेश त्रिपाठी एवं विनोद गोयल,जितेंद्र व्यास,मोहित शर्मा ,चिंटू जैन,सोमेश्वर तिवारी,अक्षत शुक्ल आदि ने जगद्गुरूजी शंकराचार्य जी के चित्र के सम्मुख दीप प्रज्वलित कर गुरुपर्व का श्रीगणेश किया ।
यजुर्वेद के वैदिक विद्वानो ने *शुक्ल यजुर्वेद सहिता* का पारायण किया। *सनातन धर्म में व्यास पूर्णिमा का महत्व एवम श्रृंगेरी की अविछिन्न आचार्य परंपरा पर आचार्य पंडित रामचंद्र शर्मा"वैदिक" एवंसोमेंद्र शर्मा शास्त्री सहित विद्वान अचार्यों ने प्रकाश डालते हुए कहा कि गुरु पूर्णिमा आस्था,श्रद्धा व स्मर्पण का पर्व है,महापुरुषों के प्रति कृतज्ञता ज्ञापन ,ऋषि ऋण चुकाने के साथ ही उनकी प्रेरणाऔर आशीर्वाद पाने का यही अवसर है ।दुनिया में गुरु से बढ़कर कोई तत्व नही है ,,विद्वानों अतिथियों ने आगे विचार व्यक्त करते हुए कहा की व्यास पूर्णिमा सनातन संस्कृति का महान पर्व है,।* शारदा पीठ श्रृंगेरी में आज भी आचार्य परंपरा अविछिन्न चली आ रही है। गुरु पूर्णिमा पर्व पर आचार्य शर्मा वैदिक के शिष्यों ने ज्योतिष गुरु को नमन कर आशीर्वाद प्राप्त किया ।कार्यक्रम का संचालन पंडित राजेंद्र शास्त्री एवम आभार आशुतोष ठक्कर ने माना।