पानी पीने के लिए केवल कांच या स्टील की बोतल अथवा बर्तन का ही प्रयोग करने की शपथ

पानी पीने के लिए केवल कांच या स्टील की बोतल अथवा बर्तन का ही प्रयोग करने की शपथ

इंदौर।  दिगम्बर जैन महिला महासमिति एवं कृत्रिम अंग केन्द्र के संयुक्त तत्वावधान में पर्यावरण दिवस के उपलक्ष्य में चल रहे कार्यक्रमों की श्रृंखला में पर्यावरण सुधार की दिशा में अनूठी पहल की गई। सत्यसांई स्कूल के पीछे स्थित कृत्रिम अंग केन्द्र पर आयोजित एक कार्यक्रम में अमानक प्लास्टिक का उपयोग प्रतिबंधित करने तथा पीने के पानी के लिए केवल कांच या स्टील की बोतल का प्रयोग करने की शपथ दिलाई गई। शपथ लेते समय सभी लोगों ने कांच की बोतल हाथ में लेकर प्रदर्शित भी की। 

         कृत्रिम अंग केन्द्र के सचिव विनय जैन तथा दिगम्बर जैन महिला महासमिति की अध्यक्ष अनिता सोगानी एवं सचिव साधना गांधी ने बताया कि समाजसेवी हरि अग्रवाल, महिला महासमिति की राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष श्रीमती मंजू अजमेरा एवं भारतीय महिला परिषद की केन्द्रीय अध्यक्ष श्रीमती आशा विनायका के आतिथ्य में इस मौके पर दिव्यांगजनों का सम्मान भी किया गया और पर्यावरण संरक्षण के लिए एक परिसंवाद का आयोजन भी किया गया। अध्यक्षता डॉ. सुनंदा जैन अर्पण ने की। विशेष अतिथि के रूप में लायंस क्लब अर्पण की अध्यक्ष श्रीमती मानी जोशी ने भी विचार रखे।  परिसंवाद में हरि अग्रवाल, पवन बाकलीवाल, अभिभाषक कमल गुप्ता, साधना गांधी एवं अशोक गंगवाल ने भी अपने विचार व्यक्त किए। सभी वक्ताओं की आम राय थी कि पर्यावरण की दिशा में समाज में जागरुकता और चेतना लाए बिना सकारात्मक नतीजे नहीं मिल सकते। प्लास्टिक की बोतलों में पेयजल का उपयोग होने से लोगों को अनेक गंभीर बीमारियों का शिकार होना पड़ रहा है। अतिथियों का स्वागत पुष्पा कटारिया एवं वीणा जैन ने किया। 
         शपथ अधिकारी संध्या प्रमोद जैन ने उपस्थित सैकड़ों बंधुओं को शपथ दिलाई कि वे पर्यावरण सुधार के लिए प्रत्येक वर्षाकाल में नियमित रूप से पौधे रोंपेंगे, अमानक प्लास्टिक का उपयोग नहीं करेंगे तथा पीने के पानी के लिए केवल कांच की अथवा स्टील की बोतल या बर्तन का ही उपयोग करेंगे।  संचालन अनिल भोजे ने किया। आभार माना कृत्रिम अंग केन्द्र के सचिव विनय जैन ने।