कलयुगी पोते ने पैसों के लिए की अपनी दादी की कर दी हत्या।

• आरोपी विकास ने अपनी ही दादी शांति बाई को पैसे ना देने के कारण लुंगड़े (दुपट्टा) से गला घोट कर दी थी हत्या।*
इंदौर। घटनाक्रम- दिनांक 11.06.2025 को मृतिका शांति बाई धनजय जब अपने घर में थी तभी उसके पोते आरोपी विकास उर्फ भल्ला पिता धनराज गौहर उम्र 28 साल निवासी साल्वी मोहल्ला इंद्रा नगर इंदौर ने पैसों के लिए लड़ाई झगड़ा कर आवेश में आकर दादी शांति बाई को उसी के लुगड़े (दुपट्टे) से उसका गला घोट कर हत्या कर दी और शव को घर में रखे पलंग पेटी में बंद कर दिया । आरोपी ने शांतिबाई के गहने निकालकर घर के बाहर से ताला लगा दिया । मृतका की बेटी नीलू लोट जब दोपहर 12.30 बजे करीबन अपनी मां शांतिबाई से मिलने उसके घर आई तो घर में ताला लगा हुआ मिला पड़ोस में रहने वाले अपने भतीजे आरोपी विकास से पूछा तो वह बहाने बनाने लगा कि यहां गई है वहां गई है । फिर दरवाजा खुलवाया तो विकास पलंग पेटी पर जाकर बैठ गया और नीलू से झगड़ा कर के बाहर निकल कर घर में ताला लगाकर भाग गया । नीलू को विकास पर शंका हुई तो उसने पुलिस को सूचना दी फिर पुलिस की मदद से घर का दरवाजे का ताला तोड़ा गया और पलंग पेटी को खोलकर देखा गया तो उसमें शांति बाई पड़ी हुई मिली।
घटना पर थाना मल्हारगंज पुलिस द्वारा फरियादी नीलू लोट की शिकायत पर अपराध धारा 103(1) बी एन एस का पंजीबद्ध कर विवेचना मै लिया गया।
घटना के तारतम्य में वरिष्ठ अधिकारियों को सूचना दी गई । वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा आरोपी विकाश गौहर को यथा शीघ्र गिरफ्तार करने हेतु आदेशित किया । जिस पर से पुलिस उपायुक्त ज़ोन-01 विनोद कुमार मीणा , अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त ज़ोन-01 आलोक शर्मा के मार्गदर्शन में सहायक पुलिस आयुक्त विवेक सिंह चौहान द्वारा आरोपी की गिरफ्तारी हेतु थाना प्रभारी मल्हारगंज वेदेंद्र सिंह कुशवाह के नेतृत्व में टीम गठित कर लगाया गया। टीम ने आरोपी विकाश गौहर के संभावित ठिकानों पर दविश दी गई । बाद आरोपी विकाश गौहर को 04 घंटे के अंदर गिरफ्तार कर लिया गया । आरोपी द्वारा मृतिका शांति बाई के निकाले गए गहने बरामद कर लिये गए ।
आरोपी को अभिरक्षा में लेने पर पूछताछ में उसने अपना जुर्म स्वीकार किया और बताया कि दादी शांति बाई की हत्या करने के बाद उसके गहने निकल कर शव को पलंग पेटी में छुपा दिया था । आरोपी रात होने का इंतजार कर रहा था ताकि रात में शव को कही ठिकाने लगा दे किंतु उस की बुआ नीलू के कारण वह ऐसा नहीं कर पाया और जब उससे लगा के अब राज खुल जाएगा तो वह घर में ताला लगा कर भाग गया ।
आरोपी विकास ने उदयपुर जाने के लिए बस का टिकट भी बुक कर लिया था आरोपी भागता उसके पहले ही वह पुलिस के हाथ लग गया ।
पुलिस टीम में थाना प्रभारी मल्हारगंज वेदेंद्र सिंह कुशवाह , उपनिरी ब्रजेश शर्मा ,उप निरी शैलेन्द्र सिंह, प्रआर सुधीर राय, प्रआर महेश कोटिया, प्रआर कमलेश चावड़ा, आर. मोंटी धाकड़. आर. पवन प्रताप एवं साइबर सेल टीम जोन 01 इंदौर की अहम भूमिका रही।