इंदौर में होगा तीन दिवसीय ‘कूल कॉन्क्लेव 2.0’, ‘डिकार्बनाइज़ेशन’ पर रहेगा मुख्य फोकस

पंकज धारकर और मितुल शाह सुजल शाह के संयोजन में हो अनूठा आयोजन
इंदौर/ जयपुर । पर्यावरणीय स्थिरता और जलवायु परिवर्तन के विरुद्ध एक ऐतिहासिक पहल के रूप में, इंडियन सोसाइटी ऑफ हीटिंग, रेफ्रिजरेटिंग एंड एयर कंडीशनिंग इंजीनियर्स (आईएसएचआरएई) अपने अध्यक्ष ‘श्री जयंता दास’ के नेतृत्व में “कूल कॉन्क्लेव 2.0” का आयोजन करने जा रही है। यह तीन दिवसीय राष्ट्रीय कार्यक्रम 31 जुलाई से 2 अगस्त 2025 तक इंदौर के भव्य ‘शेरेटन ग्रैंड पैलेस’ में आयोजित किया जाएगा। इस आयोजन के कन्वीनर डॉक्टर पंकज धारकर ने बताया कि इस सम्मेलन का आयोजन इंदौर के होटल “शेरेटन ग्रांड पैलेस” में किया जाएगा।
थीम और उदेश्य-
"रीथिंक, रेडिज़ाइन, रिवाइटलाइज़" थीम पर आधारित यह आयोजन टिकाऊ विकास और हरित समाधान के प्रति जागरूकता को बढ़ावा देगा, जिसका प्रमुख विषय ‘डिकार्बनाइज़ेशन’ (कार्बन उत्सर्जन में कमी) रहेगा।
प्रासंगिकता और भागीदारी-
वर्तमान समय में जब पूरी दुनिया जलवायु परिवर्तन और ऊर्जा संक्रमण जैसी गंभीर चुनौतियों का सामना कर रही है, ऐसे में ‘एचवीएसी’ (हीटिंग, वेंटिलेशन और एयर कंडीशनिंग) प्रणालियों की भूमिका नेट ज़ीरो लक्ष्यों और पर्यावरणीय संरक्षण में अत्यंत महत्वपूर्ण हो जाती है। यह कॉन्क्लेव तकनीक, इंजीनियरिंग, वास्तुकला, शहरी नियोजन, शासन, उद्योग, शिक्षा और नीति-निर्माण से जुड़े विशेषज्ञों और छात्रों को एक मंच पर लाने जा रहा है।
प्रमुख वक्तव्य-
‘कूल कॉन्क्लेव 2.0’ के पीछे की प्रेरणाशक्ति – पंकज धारकर”
'कूल कॉन्क्लेव 2.0' को एक नई ऊंचाई तक पहुंचाने वाले शख्स हैं इसके चेयरमैन श्री पंकज धारकर — एक दूरदर्शी लीडर, पर्यावरण के प्रति समर्पित और तकनीकी नवाचारों के प्रबल समर्थक है ।
पंकज धारकर” ने कहा: -
"हम केवल तकनीकी चर्चाएं नहीं कर रहे, बल्कि एक स्थायी भविष्य की दिशा में एक ठोस रोडमैप तैयार कर रहे हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ ग्रीन टेक्नोलॉजी को दिखाना नहीं, बल्कि हर पेशेवर और संस्था को इस परिवर्तनशील यात्रा का भागीदार बनाना है।"
उनकी प्रतिबद्धता और नेतृत्व ने यह सुनिश्चित किया कि 'कूल कॉन्क्लेव' केवल विचारों का मंच न रहकर, वास्तविक समाधानों और साझेदारियों की दिशा में एक ठोस कदम बने। उनके मार्गदर्शन में यह सम्मेलन एक प्रेरणादायक अभियान का रूप ले चुका है, जो न केवल इंडस्ट्री के लिए, बल्कि पूरे समाज के लिए एक मिसाल है।
वाइस चेयर “ निशांत गुप्ता” ने जानकारी दी:
"हम ‘डिकार्बनाइज़ेशन एक्सीलेंस अवॉर्ड्स’ की शुरुआत कर रहे हैं, जो कार्बन उत्सर्जन में कमी लाने के लिए किए गए प्रेरणादायक कार्यों को सम्मानित करेंगे। नामांकन 15 मई से खुले हैं, जो छह विभिन्न श्रेणियों में व्यक्तियों और संस्थाओं से आवेदन आमंत्रित करते हैं। साथ ही, ज्यूरी द्वारा विशेष सराहना हेतु विशेष पुरस्कार भी दिए जाएंगे।"
कन्वेनर “ मितुल शाह” ने बताया:
"कूल कॉन्क्लेव 2025 को एक ज्ञान और अनुभव केंद्र के रूप में डिजाइन किया गया है, जहां प्रतिभागी व्यावहारिक नवाचार, इंटरऐक्टिव सत्र और केस स्टडीज़ के माध्यम से डिकार्बनाइज़ेशन तकनीकों के विकास को समझ पाएंगे।"
“को-कन्वेनर सुश्री सुजल शाह” ने कहा:
"यह केवल एक औद्योगिक सम्मेलन नहीं है, बल्कि यह बिल्ट एनवायरनमेंट का एक 'महाकुंभ' है, जहां अग्रणी सोच, नवाचार और टिकाऊ विकास के रास्ते एक साथ मिलते हैं। हम सभी हितधारकों से इसमें भाग लेने का आग्रह करते हैं।"
आकर्षण और आयोजन की झलकियां
इस तीन दिवसीय आयोजन में निम्न प्रमुख गतिविधियां शामिल रहेंगी:
• अत्याधुनिक तकनीकी प्रदर्शन
• नीति संवाद और नेतृत्व सत्र
• बी2बी नेटवर्किंग मीटिंग्स
• डिकार्बनाइजेशन एक्सीलेंस अवॉर्ड्स
• इंटरैक्टिव वर्कशॉप्स और केस स्टडीज
• सांस्कृतिक संध्या और गाला डिनर
तकनीकी चर्चाओं के अलावा, कॉन्क्लेव में एक संगीतमय सांझ और भव्य गाला डिनर जैसी मनोरंजन गतिविधियां भी होंगी, जो सहभागियों को नेटवर्किंग और आपसी मेलजोल का अवसर देंगी।
“कूल कॉन्क्लेव” केवल एक इवेंट नहीं, बल्कि यह तकनीक, नवाचार और पर्यावरणीय चेतना को एक मंच पर लाने वाला एक व्यापक आंदोलन है। कूल कॉन्क्लेव में दो हजार से अधिक प्रतिभागियों के शामिल होने की संभावना है ।