गीता भवन में हुआ स्वामी प्रणवानंद सरस्वती का पाद पूजन

आज से शुरू हो गई चार संतों के प्रवचनों की अमृत वर्षा – प्रतिदिन दो सत्रों में सुबह-शाम होंगे प्रवचन
इंदौर। मनोरमागंज स्थित गीता भवन पर इस बार चातुर्मास के दौरान भक्तों को देश के चार बड़े संतों के प्रवचनों की अमृत वर्षा का पुण्य लाभ मिल सकेगा। सुबह गुरू पूर्णिमा महोत्सव पर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी प्रणवानंद सरस्वती का गीता भवन ट्रस्ट की ओर से शाल-श्रीफल भेंटकर पाद पूजन किया गया। महामंडलेश्वरजी के देशभर से आए शिष्यों का भी सम्मान किया गया।
गुरू पूर्णिमा के उपलक्ष्य में गीता भवन की परंपरा के अनुसार ट्रस्ट मंडल की ओर से अध्यक्ष राम ऐरन, मंत्री रामविलास राठी, महेशंचंद्र शास्त्री, मनोहर बाहेती, प्रेमचंद गोयल, टीकमचंद गर्ग, दिनेश मित्तल, हरीश माहेश्वरी एवं सत्संग समिति के अन्य सदस्यों ने स्वामी प्रणवानंद का पाद पूजन कर शाल-श्रीफल भेंट किए। स्वामी प्रणवानंद ने देशभर से आए अपने शिष्यों और भक्तों को आशीर्वचन देते हुए पांच संकल्प दिलाए। उन्होंने कहा कि सभी भक्तों को अपने बच्चों को शिक्षा के साथ संस्कार भी देना होंगे। पालक प्रतिदिन सूर्य को जल दें, आंगन में तुलसी का पौधा लगाएं, अपने संबोधन में हाय और बाय बोलने की प्रवृत्ति को रोकें और घर के मंदिर में नियमित रूप से भगवान का पूजन करें तथा यह ध्यान रखें कि एक देवी-देवता की एक ही प्रतिमा हो। यदि इन पांचों सूत्रों पर भक्तों ने अमल किया तो निश्चित ही सनातन धर्म को मजबूती मिलेगी। आभार प्रदीप अग्रवाल ने माना।
*आज से चातुर्मास* - गीता भवन में इस बार चातुर्मास के दौरान भक्तों को देश के चार प्रख्यात संतों का सानिध्य मिल सकेगा। यहां शुक्रवार, 11 जुलाई से चातुर्मास की अवधि 15 सितम्बर तक देश के चार प्रमुख संतों के प्रवचनों की नियमित अमृत वर्षा होगी। गीता भवन ट्रस्ट के अध्यक्ष राम ऐरन, मंत्री रामविलास राठी एवं मनोहर बाहेती ने बताया कि 11 से 15 जुलाई तक नैमिषारण्य, हरदोई (उ.प्र.) से आचार्य स्वामी पूर्णेश्वरानंद सरस्वती के प्रवचन होंगे। वे प्रतिदिन सुबह 9 से 10 बजे तक एवं शाम को 5.30 से 6 बजे तक विभिन्न सामयिक विषयों पर प्रवचन करेंगे। उनके बाद 16 से 31 जुलाई तक भगवती स्वरूपा साध्वी परमानंद सरस्वती (गोधरा गुजरात) के मुखारविंद से प्रतिदिन सुबह 9 से 10 और शाम को 5.30 से 6.30 बजे तक प्रवचनों की अमृत वर्षा होगी। तीसरे क्रम पर 1 अगस्त से 30 अगस्त तक वृंदावन के स्वामी विश्वात्मानंद महाराज आएंगे और प्रतिदिन सुबह 9 से 10 तथा शाम 5.30 से 6.30 बजे तक दैनिक जीवन के लिए उपयोगी विषयों पर प्रवचन करेंगे। चौथे संत स्वामी पुरुषोत्तमानंद सरस्वती महाराज नैमिषारण्य से आएंगे और वे 1 से 5 सितम्बर तक सुबह 9 से 10 और शाम 5.30 से 6.30 बजे तक अपने प्रवचनों की अमृत वर्षा करेंगे। गीता भवन में चातुर्मास के दौरान श्रावण मास के चारों सोमवार को विद्वान ब्राह्मणों द्वारा सुबह दैनिक प्रवचन के पश्चात 10.30 बजे से भगवान शिव का रूद्राभिषेक किया जाएगा। इसके अलावा श्रावण मास में आने वाले सभी त्योहार भी गीता भवन में परंपरानुसार धूमधाम से मनाए जाएंगे।