हंसदास मठ पर बाबा हंसदास सहित 15 समाधियों का हुआ पूजन, महामंडलेश्वरजी की उतारी आरती

इंदौर । एयरपोर्ट रोड, पीलियाखाल स्थित प्राचीन हंसदास मठ पर गुरू पूर्णिमा महोत्सव में देशभर से आए संतों एवं शिष्यों ने संस्थान के अधिष्ठाता हंस पीठाधीश्वर श्रीमहंत रामचरणदास महाराज के सान्निध्य में मठ के संस्थापक स्वामी हंसदास महाराज सहित मठ परिसर में स्थापित 15 समाधियों का विधि-विधान से गंगाजल, दुग्ध एवं सुगंधित द्रव्यों से अभिषेक किया और पुष्पांजलि समर्पित की।इसके पूर्व पंचमुखी चिंताहरण हनुमानजी को धर्मध्वजा समर्पित की गई। महामंडलेश्वर महंत पवनदास महाराज ने बताया कि इस अवसर पर सांसद शंकर लालवानी, महापौर पुष्यमित्र भार्गव, पं. कृपाशंकर शुक्ला, पूर्व महापौर डॉ. उमाशशि शर्मा, पार्षद निरंजनसिंह चौहान, मनोज मिश्रा, संध्या यादव, हरि अग्रवाल, जयदीप जैन, श्यान अग्रवाल, अशोक चौहान चांदू, तनुज दीक्षित, भगवती शर्मा, सुभाष दुबे, कैलाश पाराशर, मनोहरदास सोमानी, मुकेश अग्रवाल राजेश शास्त्री, राजेन्द्र वर्मा, अभिभाषक कोमल दीक्षित, समाजसेवी विष्णु बिंदल सहित अनेक गणमान्य नागरिकों ने भी महामंडलेश्वर एवं अन्य संतों का पाद पूजन कर समाधियों का भी अभिषेक किया।
मठ के पं. पवनदास महाराज ने बताया कि विद्वानों के निर्देशन में स्वस्तिवाचन के बीच सुबह चरण पादुकाओं का पूजन किया गया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने तत्कालीन श्रीमहंतों की समाधियों पर पादुका पूजन एवं आरती के अनुष्ठान में भाग लिया। इस अवसर पर महंत अमितदास, बाबा मंगलदास एवं धार, ओंकारेश्वर, नरसिंहपुर, रेहली-सागर से आए संत महंतों ने भी पादुका पूजन में भागीदारी दर्ज कराई। सैकड़ों भक्तों को हंस पीठाधीश्वर स्वामी रामचरणदास महाराज ने गुरू नामदीक्षा प्रदान की। आश्रम के अधिष्ठाता श्रीमहंत रामचरणदास महाराज के पाद पूजन में भी युवराज महामंडलेश्वर पवनदास महाराज सहित सैकड़ों शिष्यों ने भाग लिया। संस्कृत विद्यालय के वेदपाठी बटुकों ने भी सुबह से दोपहर तक कतारबद्ध होकर पाद पूजन किया। गुरू पूर्णिमा के अवसर पर मठ की परंपरानुसार अभिजीत मुहूर्त में श्रीपंचमुखी चिंताहरण हनुमानजी के मंदिर के शिखर पर नई धर्मध्वजा समर्पित की गई। शुक्रवार से मठ पर श्रावणी अनुष्ठान भी प्रारंभ हो जाएंगे।