वीर की वीरता के जय घोष से गुंजा अमझेरा, कवि सम्मेलन संपन्न, धर्मेंद्र श्रीवास्तव धार,

वीर की वीरता के जय घोष से गुंजा अमझेरा, कवि सम्मेलन संपन्न, धर्मेंद्र श्रीवास्तव धार,

वीर की वीरता के जय घोष से गूंजा अमझेरा,

कवि सम्मेलन संपन्न, 

धर्मेंद्र श्रीवास्तव धार, 

ठंड भरी रात में देर रात्रि तक कविता पाठ का श्रवण किया श्रोताओं ने, 

वीर क्रांतिकारी महाराज बख्तावर सिंह जी के 167 में बलिदान दिवस के अवसर पर,

स्वराज संस्थान संचालनालय संस्कृति विभाग भोपाल द्वारा सोमवार रात्रि को कवि सम्मेलन का आयोजन हुआ,

कवि सम्मेलन का संचालन कर रहे धार के ओजस्वी कवि संदीप शर्मा ने महाराणा बख्तावर सिंह पर लिखी कविता का पाठ मंच से किया तो पूरा पंडाल महाराव बख्तावर सिंह के जयकारों से गूंज उठा,

कवि शर्मा ने महाराणा बख्तावर सिंह की वीरता का गुणगान किया, 

"छल के बिना जिसको पकड़ न पाई सेना चौड़ी छाती करके जिसने सहे तोप के गोले आओ पूरी ताकत से राणा की जय बोले"

काव्य पाठ के माध्यम से गाए गए शोर्य पूर्ण काव्य पाठ का श्रवण कर पूरा पंडाल करतल ध्वनि से गूंज उठा, 

बारा राजस्थान के कवि सुरेंद्र यादव ने हास्य छंदों से दर्शकों को भाव विभोर किया श्रृंगार रस की कवियत्री काव्या मिश्रा मुंबई ने, 

"मेरी पायल छनके छनन छनन"

 " गीत का गान किया, 

जयपुर से वीर रस के कवि अशोक चारण ने महाराणा प्रताप एवं स्वामी विवेकानंद पर कविता प्रस्तुत की, नागपुर के कवि पुष्पक ने महाराणा प्रताप, भगत सिंह पर काव्य रचनाएं प्रस्तुत की, बदनावर से हास्य व्यंग कवि राकेश शर्मा ने शिक्षकों द्वारा किए गए मध्यान भोजन और जनगणना के कार्य पर हास्य पूर्ण कविताओं का पाठ किया,

नागदा के हास्य कवि राकेश शर्मा ने मालवी अंदाज में कविताएं पठन की, और दर्शकों को भाव विभोर किया ठंड भरी रात में भी देर रात्रि तक श्रोतागण उपस्थित रहे, 

कार्यक्रम का शुभारंभ सरपंच मनुबाई मकवाना जनपद सदस्य नेहा दीक्षित व ग्राम के जन प्रतिनिधियो द्वारा महाराजा बख्तावर सिंह के चित्र पर माल्यार्पण कर किया गया,

आभार आशीष पंचोली ने माना...