स्पेशल ऑप्स 2 की टीम ने किया राष्ट्रपति भवन का दौरा – जहां झलकती है सत्ता, सिस्टम और सम्मान की भव्यता

स्पेशल ऑप्स 2 की टीम ने किया राष्ट्रपति भवन का दौरा – जहां झलकती है सत्ता, सिस्टम और सम्मान की भव्यता

स्पेशल ऑप्स 2 की टीम ने किया राष्ट्रपति भवन का दौरा – जहां झलकती है सत्ता, सिस्टम और सम्मान की भव्यता

फ्राइडे स्टोरीटेलर्स द्वारा निर्मित और नीरज पांडे द्वारा रचित, स्पेशल ऑप्स 2 आधुनिक जासूसी की नई परिभाषा गढ़ने आ रहा है, 18 जुलाई 2025 से देखिये जियोहॉटस्‍टार पर ~

इंदौर, । : 'स्पेशल ऑप्स 2' की रिलीज़ से पहले इसके प्रमुख कलाकार — के के मेनन, परमीत सेठी, करण टैकर और निर्देशक शिवम नायर — दिल्ली स्थित प्रतिष्ठित राष्ट्रपति भवन पहुंचे। यहां उन्होंने ‘चेंज ऑफ गार्ड’ समारोह देखा, जो अनुशासन, परंपरा और गरिमा की एक भव्य मिसाल है।

राष्ट्रपति भवन सिर्फ एक इमारत नहीं, बल्कि भारत की संवैधानिक शक्ति और गरिमा का प्रतीक स्थल है — जहां सत्ता, प्रोटोकॉल और परंपरा का संगम होता है। यही वो मूल्य हैं, जिनके इर्द-गिर्द ‘स्पेशल ऑप्स 2’ की कहानी बुनी गई है – सिस्टम, स्ट्रक्चर और सत्ता के भीतर का असली चेहरा।

हिम्मत सिंह की दमदार भूमिका में लौट रहे के के मेनन ने कहा, “एक ऐसा किरदार निभाना जो सिस्टम की जड़ तक जुड़ा है और फिर खुद उस जगह खड़े होना जो भारत की सबसे अहम संस्थाओं में से एक है – यह अनुभव वाकई अविस्मरणीय रहा। समारोह, वहां की ऊर्जा और माहौल इतना सच्चा और प्रभावशाली लगा, मानो मैं वाकई ‘स्पेशल ऑप्स 2’ की दुनिया में पहुंच गया हूं।”

वहीं, फील्ड एजेंट फारूक अली की भूमिका निभा रहे करण टैकर ने कहा, “दिल्ली मेरे लिए हमेशा खास रही है क्योंकि यहीं मैंने स्पेशल ऑप्स के अपने यंगर वर्जन की शूटिंग की थी। इस बार इतनी प्रतिष्ठित जगह पर वापस लौटना और यह समारोह देखना एक अलग ही अनुभव था। वहां की भव्यता, अनुशासन और उस पल की ऊर्जा ने सचमुच रोंगटे खड़े कर दिए।”

निर्देशक शिवम नायर ने कहा, “राष्ट्रपति भवन हमारे लोकतंत्र का सबसे प्रतिष्ठित प्रतीक है — जहां प्रोटोकॉल, उद्देश्य और सत्ता का संगम होता है। चेंज ऑफ गार्ड सेरेमनी देखना एक बेहद विनम्र अनुभव था। यह उस अनुशासन, व्यवस्था और परंपरा की याद दिलाती है जो हमारे देश की कार्यप्रणाली को शांत तरीके से संभाले हुए है। एक कहानीकार के तौर पर ऐसे पल सोचने और प्रेरणा लेने के लिए बेहद खास होते हैं।”

परमीत सेठी ने भावुकता से कहा, “मैंने अपने जीवन में कई जगहें देखी हैं, लेकिन राष्ट्रपति भवन में कदम रखना एक बिल्कुल अलग एहसास था। वहां की ऐतिहासिक विरासत और एक मौन मगर गहरी गरिमा को महसूस करना वाकई भावुक कर देने वाला अनुभव था। यहां आकर यह अहसास हुआ कि सत्ता के पीछे कितनी परंपराएं, इतिहास और प्रोटोकॉल काम करते हैं। इतना करीब से यह सब देखना बहुत दिलचस्प और यादगार रहा।”

‘स्पेशल ऑप्स 2’ की कहानियां भले ही दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में चल रही घटनाओं पर आधारित हों, लेकिन इसकी जड़ें भारत की राजधानी नई दिल्ली में ही हैं — एक ऐसा ऐतिहासिक शहर, जो देश की नीतियों और फैसलों का केंद्र है।

~ भारत की सबसे खास सीक्रेट टीम लौट रही है! ‘

स्पेशल ऑप्स 2’ देखिए 18 जुलाई से सिर्फ जियोहॉटस्‍टार पर