मोसाद के 'भारतीय' जासूस ने हमास चीफ हानिया को ईरान में मारा
हमास के राजनीतिक प्रमुख इस्माइल हानिया को बुधवार सुबह तड़के ईरान की राजधानी तेहरान में मार दिया गया था। इस्माइल हानिया की मौत के बारे में पहले ईरान ने बताया कि उन्हें एक हवाई हमले में मारा गया, लेकिन बाद में जो जानकारी सामने आई उससे पता चलता है कि हमास चीफ को मारने के लिए इजरायल ने बहुत पहले से प्लानिंग बनाई थी। ईरान के अंदर मौजूद एजेंट ने ही हानिया का काम तमाम किया था। इसे इजरायली खुफिया एजेंसी मोसाद का काम माना जा रहा था लेकिन तुर्की की मीडिया में इस एजेंट के नाम ने सस्पेंस को बढ़ा दिया है। तुर्की मीडिया ने बताया है कि हानिया की हत्या 'अमित नाकेश' नाम के एक संदिग्ध एजेंट ने की थी।
भारतीय नाम ने बढ़ाई हलचल
इजरायली जासूस का ये कथित नाम पहली नजर में भारतीय जैसा लग रहा है, जिसके बाद इसकी चर्चा तेज हो गई है कि हानिया की हत्या मोसाद के भारतीय इजरायली एजेंट का इस्तेमाल किया है। आखिर पूरा मामला क्या है, इसे समझते हैं। यूरेशियन टाइम्स ने अपनी रिपोर्ट में तुर्की मीडिया की खबरों का विश्लेषण किया है। इसमें कहा गया है कि हत्या के बाद इजरायली सोशल मीडिया यूजर ने चुनिंदा नाम के साथ फर्जी पोस्ट किए, जिसमें इजरायली जासूसों की उपलब्धियों को सामने लाया गया। ऐसा लगता है कि तुर्की मीडिया ने इन्हीं पोस्ट के आधार पर रिपोर्ट करना शुरू किया कि जासूस का नाम अमित नाकेश था। जो दरअसल एक काल्पनिक नाम था।
हिब्रू शब्द से मिलता नाम
अमित नाकेश नाम हिब्रू शब्द 'हमितनकेश' से मिलता-जुलता है, जिसका अर्थ हत्या होता है। तुर्की मीडिया ने इस नाम को गंभीरता से लिए और इसके ऊपर रिपोर्टिंग शुरू कर दी। यूरेशियन टाइम्स ने अनुसार, तुर्की मीडिया आउटलेट अकडेनिज गेर्सेक गजेतेसी ने अपनी रिपोर्ट में अमित नाकेश नामक एजेंट के बारे में जानकारी दी है। इसमें कहा गया कि अपनी सैन्य सेवा के बाद नाकेश मोसाद में शामिल हो गया और हाई प्रोफाइल ऑपरेशन को अंजाम दिया।