"सजेगा शिव का महालोक" भक्त होंगे शिव की भक्ति में सराबोर" "महाशिवरात्रि का महापर्व" झिरनेश्वर धाम सरदारपुर, महाधाम को महालोक बनाने की तैयारी में लगे भक्त जन,
"सुंदर होगी शिव की महायात्रा, शिव भक्ति में डूबे रहेंगे भक्त"
"महाशिवरात्रि का महापर्व" झिर्णेश्वर धाम सरदारपुर,
महाधाम को महालोक बनाने की तैयारियों में जुटे भक्त
"इंडियन न्यूज अड्डा"
जिला ब्यूरो प्रमुख,
जिला धार,
धर्मेंद्र श्रीवास्तव,
विशेष धार्मिक आकर्षण,
सायंकालीन आरती 25 व 26 फरवरी 2025
विद्वान ब्राह्मणों द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पूजा-अर्चना की जाएगी तथा दही के 11 कलशों से माता का रुद्राभिषेक किया जाएगा।
..आदि अनंत है, वही महाशिव है। .
धर्मेंद्र श्रीवास्तव,
धार्मिक रिपोर्ट-: सरदारपुर नगर से 3 किमी दूर भोपावर रोड पर स्थित,
..महादेव का महान धाम.
विंध्याचल पर्वत की गोद में बसा यह दिव्य धाम श्रावण मास में पूरे एक माह तक शिव भक्तों की आस्था का केंद्र बना रहता है। भक्त पूरे एक महीने तक रुद्राभिषेक करते हैं।
विशेष: महादेव के पूर्व से दक्षिण की ओर बहता निर्मल जल कर्क रेखा को दो बार पार करता है, जो समय और स्थान का साक्षी है।
महादेव के पूर्व में उकाला हनुमान जी महाराज का मंदिर है, जो चमत्कारिक रूप से भक्तों की मनोकामनाएं शीघ्र पूरी करते हैं।
दक्षिण दिशा में जीवित अदृश्य महात्मा की समाधि है, उत्तर दिशा में श्मशान है और पश्चिम दिशा में अमृत की अविरल धारा बह रही है, जो भक्तों को पवित्र कर उन्हें मोक्ष प्रदान कर रही है। यह स्थान चारों दिशाओं में दिव्य प्रकाश से भरा हुआ है। चार शक्तियों का प्रतीक यह मंदिर तंत्र शक्ति का केंद्र भी है । ऐसा कहा जाता है कि आठ स्तंभों से निर्मित विशाल गर्भगृह असीम शांति और स्थिरता प्रदान करता है। रुद्राभिषेक, जलाभिषेक और बिल्व पत्र चढ़ाने से भगवान शिव शीघ्र प्रसन्न होते हैं और भक्तों की हर मनोकामना पूरी करते हैं। महाशिवरात्रि 25 व 26 फरवरी 2025 के उपलक्ष्य में दो दिवसीय भव्य आयोजन, भव्य एवं भव्य संध्या आरती, वैदिक मंत्रोच्चार, दूध दही से माही का महा अभिषेक, गोपाल कॉलोनी सरदारपुर के भक्तों द्वारा "यदुवंश"
(11 कलश) मिट्टी का बर्तन,
दही से विशेष माही अभिषेक और कई आकर्षण,
धार्मिक कार्यक्रम इस पावन अवसर पर झिर्णेश्वर महादेव समिति श्रद्धालुओं से धार्मिक अपील करती है कि अधिक से अधिक श्रद्धालु इस महान धार्मिक महोत्सव में उपस्थित होकर अपना जीवन धन्य बनाएं।