परशुराम जन्मोत्सव पर 27 अप्रेल को निकलेगी ब्राम्हाण संस्कार यात्रा

परशुराम जन्मोत्सव पर 27 अप्रेल को निकलेगी ब्राम्हाण संस्कार  यात्रा

श्री परशुराम जन्मोत्सव पर 27 अप्रेल को निकलेगी ब्राम्हाण संस्कार यात्रा

- (1) ब्राम्हण समाज के अनेक वर्ग झांकियों एवं अन्य संसाधनों के साथ यात्रा मे शामिल होगें।(2) मार्ग मे स्वागत मंच विभिन्न ब्राम्हण समाज एवं वर्गों के स्वागत द्वार लगाकर होगा यात्रा का स्वागत !(3) ब्राम्हण समाज के वरिष्ठजनों के चित्र भी शामिल रहेगें, साथ ही मातृशक्तियां विभिन्न स्वरूपों में शामिल होगी।(4) परशुराम भगवान का रथ होगा मुख्य आकर्षण।(5) शाम 6.00 बजे बडे गणपति चौराहे से प्रारीरा होकर 7:15 बजे राजवाडा पहुँचेगी यात्रा।(6) यात्रा के समापन पर भगवान परशुराम जी की महाआरती।

प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी श्री परशुराम सेना के त्वाधान में परशुराम जन्मोत्सव के उपलक्ष पर 27 अप्रैल को ब्राम्हण समाज द्वारा भगवान परशुराम जी की "ब्राम्हण संस्कार यात्रा" बडा गणपति से राजवाडा तक निकाली जावेगी।

- यात्रा में ब्राम्हण समाह के विभिन्न वर्ग एवं संगठन अपने संसाधनों के साथ शामिल होगे

इंदौर आज आयोजित पत्रकार वार्मा में समाज एवं परशुराम सेना के अनूप शुक्ला, प्रकाश शर्मा, दीपक शुक्ला, राजेश दुबे ने बताया कि यात्रा शाम 6.00 बजे बडा गणपति चौराहे से प्रारंभ होगी एवं मल्हारगंज खजूरी बाजार होत हुए रावाडा पहुँचेगी। मार्ग मे यात्रा में सबसे आगे धर्म ध्वज रहेगी उसके बाद ब्रम्हाण विद्वान सैकडो की संख्या में मंत्र उच्चरण एवं शंखनाद करते हुए चलेगें, उसके बाद भगवान परशुराम जी का सुसज्जित रथ होगा, यात्रा में ब्राम्हण समाज के संगठन एवं उत्थान हेतु कार्य करने वाले वरिष्ठजनों के चित्र झांकियों पर विशेष रूप से बनाए गए है। ब्रम्हाण समाज के विभिन्न संगठनों एवं वर्गों के समाज बंधु भी अपनी अपनी झांकियां एवं संसाधनों के साथ यात्रा में शामिल रहेगें। राजवाडा पहुँचने पर भगवान परशुराम जी की महाआरती के साथ यात्रा का समापन होगा।

यात्रा में हजारों की संख्या में मातृशक्ति भी शमिल होगी सेना के मातृशक्ति प्रकल्प की श्रीमती प्रविणा अग्निहोत्री एवं विप्र नारी सेवा संस्था की अध्यक्ष श्रीमती प्रमिला शर्मा, ने बताया कि महिला सशक्तिकरण एवं उत्थान विषयों की जीवंत झांकियों एवं गन्नु महाराज की भजन मंडली के साथ मातृशक्ति की उपस्थिति रहेगी।

संस्कार यात्रा के आयोजन में ब्राम्हण समाज के अनेक प्रमुख संगठनों एवं लगभग सभी ब्राम्हण समाज के वर्गो की सक्रिया भूमिका एवं सहयोग प्राप्त हो रहा है, शहर के सभी ब्राम्हण बहुल क्षेत्र में सम्पर्क एवं बैठकों द्वारा यात्रा के लिए आमंत्रण दिये जा रहे है। परशुराम सेना की सभी क्षेत्रीय इकाईयों के पदाधिकारी घर घर जाकर समाज बंधुओं को संस्कार यात्रा के लिए निमंत्रित कर रहे है।