पूरे इंदौर की जैन समाज को संजय जैन बनना पड़ेगा : नेमी गिरनार धर्मपदयात्रा को लेकर मंथन

पूरे इंदौर की जैन समाज को संजय जैन बनना पड़ेगा : नेमी गिरनार धर्मपदयात्रा को लेकर मंथन

पूरे इंदौर की जैन समाज को संजय जैन बनना पड़ेगा : नेमी गिरनार धर्मपदयात्रा को लेकर मंथन

 ईइंदौर। नेमी गिरनार धर्म पद यात्रा का महानगर इंदौर में 5 जून को नगर आगमन होने जा रहा है।  स्वागत और समर्थन के लिए एकजुटता नजर आई। इतवारिया बाजार सर, हकुमचंद मार्ग स्थित शीश महल में सकल जैन समाज की विशेष बैठक रखी गई।इसमें धार्मिक, सामाजिक संस्थाओं सहित अन्य संस्थाओं के पदाधिकारी, समाजजनों ने भी भाग लेकर अपने विचारों से अवगत करवाया। 

  मीटिंग में बताया गया कि नेमी गिरनार धर्म पदयात्रा के इंदौर पहुंचने पर रीगल चौराहे पर सुबह साढ़े सात बजे भव्य अगवानी की जाएगी और इसमें शामिल पदाधिकारियो और समाज जनों का अभिनंदन किया जाएगा। बैठक में सभी समाज प्रमुखो ने एक स्वर से कहा कि नेमी गिरनार धर्मपदयात्रा के स्वागत के लिए व्यक्तिगत रूप से सभी को अधिक से अधिक लोगों से संपर्क कर इससे जोड़ने का प्रयास किया जाना चाहिए। इस बैठक में यह भी निकलकर सामने आया कि जो चिंगारी इंदौर से निकलती है, वह देश ही नहीं समूचे विश्व में फैल जाती है। यह आह्वान किया गया कि इंदौर में जैन समाज की एकता का ऐसा अद्भुत दृश्य नजर आना चाहिए कि इससे मेरा गिरनार हमारा नेमिनाथ का नारा बुलंद हो ।

इंदौर का बच्चा-बच्चा नेमी गिरनार धर्मपदयात्रा में शामिल हो

अति महत्वपूर्ण बैठक में संचालन करते हुए मयंक जैन ने कहा कि नेमी गिरनार धर्मपद यात्रा जैन समाज के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। इसका मुख्य उद्देश्य है कि गिरनार जी पर्वत श्रृंखला की पांचवी टोंक, जो जैन धर्म के 22वें तीर्थंकर भगवान नेमिनाथ की मोक्ष स्थली है। जैन समाज का हमेशा से ही राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान रहा है। जैन धर्म के अनुयायियों पर किसी न किसी रूप में प्रहार होते रहे हैं। इस यात्रा के माध्यम से गिरनार जी में चावल और भगवान नेमिनाथ के मोक्ष कल्याणक दिवस पर 2 जुलाई को निर्वाण लाडु चढ़ाएं। नईदिल्ली से गिरनारजी तक 2200 किमी की यह यात्रा विश्व जैन संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय जैन और उनके सहयोगी पदाधिकारियो ने बहुत साहस का कार्य किया है। इसको सफल बनाना है तो इस बात का ध्यान रखना होगा कि इसमें इंदौर का बच्चा-बच्चा, महिलाएं, पुरुष शामिल हों। इसका समर्थन करें। यह भी ध्यान रखें कि गिरनार मेरा है और नेमिनाथ भी मेरा है। बैठक में सामाजिक संसद के नकुल पाटोदी ने कहा कि गिरनार धर्म पदयात्रा के स्वागत में इंदौर का सकल जैन समाज एकत्रित होकर एकता का प्रदर्शन करें।

घर-घर पर्सनल मैसेज भेजे जाएं

 आयोजन को किस प्रकार सफल करना है इस पर विचार होना चाहिए, क्योंकि जो चिंगारी इंदौर से निकलती है वह पूरे विश्व में फैल जाती है। बैठक में कहा गया कि यह बिडंबना है कि कोर्ट ने हमारे पक्ष में फैसला दिया है। लेकिन उसके बाद भी गिरनारजी में किसी भी आयोजन के लिए शासन से अनुमति लेना पड़ती है। यह यात्रा हमारी है। हम जीते हुए है फिर भी संघर्ष करना पड़ रहा है। श्रीफल जैन न्यूज की संपादक रेखा संजय जैन ने कहा कि इस मीटिंग में उपस्थित सभी लोग संकल्प लेकर जाएं कि आप जिस भी मंदिर के ग्रुप या सोशल मीडिया के ग्रुप में जुड़े हुए है उसमें पर्सनल मैसेज भेजेंगे। ताकि अधिक से अधिक संख्या में लोग उपस्थित हो और हमारी एकता का प्रदर्शन करें। और बताया कि निश्चित ही आप सब को भी ज्ञात है कि तीर्थ क्षेत्रों में हमारी अनुपस्थिति ही तीर्थों के हमसे छिनने का कारण है। जितने भी सोशल ग्रुप है अगर वह ठान ले कि हमें ग्रुप को ले जाना है तीर्थों पर तो यह हमारे लिए एक सकारात्मक प्रयास रहेगा।

नेमी गिरनार धर्मपदयात्रा को सफल बनाने के लिए हुई मीटिंग में सभी वक्ताओं ने एक स्वर से कहा कि इंदौर की सामाजिक एकता देश के लिए मिसाल बन जाए। इसलिए सभी को अपना कर्तव्य निभाना होगा। बैठक में डीके जैन ने कहा कि तीर्थ क्षेत्र कमेटी के तत्वावधान में 8 हजार लोग गिरनारजी निर्वाण लाडू चढ़ाने जाएंगे। कोशिश ऐसी होनी चाहिए कि 8 हजार नहीं 28 हजार लोग गिरनारजी पहुंचें। इस अवसर पर नवग्रह जिनालय के अध्यक्ष नरेंद्र वेद, कैलाश वेद, संदीप जैन मौर्या, तीर्थ क्षेत्र कमेटी के अध्यक्ष डीके जैन, गौतम जैन, राजीव जैन पार्षद, प्रदीप बड़जात्या, नकुल पाटोदी, पिंकेश टोंग्या, राजेश जैन, रेखा संजय जैन श्रीफल जैन न्यूज, महावीर जैन अग्निबाण, अन्य वरिष्ठ जन आदि ने भी संबोधित किया। बैठक का संचालन नकुल पाटोदी और मयंक जैन ने किया। आभार प्रदर्शन राहुल जैन ने किया।