पाकिस्तान में कराची की जेल से 216 कैदी भागे

पाकिस्तान में कराची की जेल से 216 कैदी भागे

पाकिस्तान के कराची स्थित मलीर जेल से सोमवार देर रात 216 कैदी फरार हो गए। यह घटना उस समय हुई जब कराची में हल्के भूकंप के झटकों के बाद एहतियातन कैदियों को बैरकों से बाहर निकाला गया था। इस अफरातफरी का फायदा उठाकर कुछ कैदियों ने सुरक्षाकर्मियों पर हमला किया, उनके हथियार छीन लिए और मुख्य द्वार से भाग निकले । 

प्रमुख घटनाक्रम:

  • कैदियों की संख्या: कुल 216 कैदी फरार हुए, जिनमें से अब तक 78 को दोबारा गिरफ्तार किया जा चुका है।

  • हिंसा और हताहत: भागने के दौरान हुई गोलीबारी में एक कैदी की मौत हो गई और तीन सुरक्षाकर्मी घायल हुए

  • प्रशासनिक प्रतिक्रिया: सिंध प्रांत के मुख्यमंत्री मुराद अली शाह ने फरार कैदियों से स्वेच्छा से आत्मसमर्पण करने की अपील की है, अन्यथा उन पर आतंकवाद के आरोप लगाए जा सकते हैं। साथ ही, घटना की जांच के लिए एक उच्चस्तरीय समिति का गठन किया गया है

  • सुरक्षा उपाय: पुलिस और अर्धसैनिक बलों की संयुक्त टीमें फरार कैदियों की तलाश में छापेमारी कर रही हैं। स्थानीय निवासियों को मस्जिदों के लाउडस्पीकर के माध्यम से सतर्क किया गया है और उनसे सहयोग की अपील की गई है

पृष्ठभूमि:

मलीर जेल कराची की सबसे बड़ी जेलों में से एक है, जहां क्षमता से अधिक कैदी रखे गए हैं। इस जेल में पहले भी सुरक्षा और बुनियादी ढांचे से संबंधित समस्याएं सामने आ चुकी हैं। इस घटना ने पाकिस्तान की जेल सुरक्षा व्यवस्था और आपातकालीन प्रबंधन पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं

इस घटना में एक कैदी की मौत हो गई, जबकि तीन सुरक्षाकर्मी घायल हुए हैं। अब तक 80 से अधिक कैदियों को दोबारा गिरफ्तार किया जा चुका है, जबकि शेष की तलाश जारी हैसिंध प्रांत के गृह मंत्री जिया-उल-हसन लांजार ने इसे हाल के वर्षों में सबसे गंभीर जेल ब्रेक बताया है और घटना की जांच के लिए एक समिति गठित की गई है । 

जेल अधिकारियों के अनुसार, घटना के समय मलीर जेल में लगभग 6,000 कैदी बंद थे, जिनमें से अधिकांश नशीली दवाओं से संबंधित मामलों में आरोपी थे। पुलिस और अर्धसैनिक बलों की संयुक्त टीमें फरार कैदियों की तलाश में छापेमारी कर रही हैं  

यह घटना पाकिस्तान की जेल सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करती है, विशेषकर आपातकालीन स्थितियों में।