आउटसोर्स कर्मी एम.पी. ट्रांसको के अभिन्न

आउटसोर्स कर्मी एम.पी. ट्रांसको के अभिन्न अंग:
इंदौर। मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी (एम.पी. ट्रांसको) के प्रबंध संचालक इंजी. सुनील तिवारी ने मुख्यालय जबलपुर में आउटसोर्स कर्मियों के साथ सीधा संवाद किया। दो सत्रों में हुई इस बेहद उपयोगी चर्चा में करीब 140 आउटसोर्स कर्मी शामिल हुए। प्रबंध संचालक ने चाय के साथ कर्मियों से बातचीत कर उनके अनुभव, समस्याएं और सुझाव गंभीरता से सुना। संवाद का माहौल पूरे समय सहज, सकारात्मक और विकासोन्मुखी रहा। चाय के साथ हुई यह चर्चा कर्मियों के मन की बात जानने और उनके भविष्य को उज्जवल बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
प्रशिक्षण और डिजिटल दक्षता की जरूरत: कर्मियों ने संवाद के दौरान प्रशिक्षण, स्किल डेवलपमेंट और ई-ऑफिस की कार्यशैली सीखने की इच्छा जताई। प्रबंध संचालक ने इन सुझावों की सराहना करते हुए भरोसा दिलाया कि जल्द ही इन्हें अमल में लाने की कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने कर्मियों से ई.आर.पी. सिस्टम में दक्ष बनने का आग्रह भी किया ताकि वे डिजिटल युग की चुनौतियों का बेहतर सामना कर सकें। उन्होंने कहा कि आउटसोर्स कर्मी एम.पी. ट्रांसको के अभिन्न अंग हैं और उनकी भूमिका भी उतनी ही महत्वपूर्ण है, जितनी नियमित और संविदा कर्मियों की।
कर्मियों के बहुआयामी विकास पर जोर:- प्रबंध संचालक ने कहा कि कई आउटसोर्स कर्मी अपने काम में दक्ष हैं, लेकिन आज के प्रतिस्पर्धी माहौल में बहुआयामी कौशल सीखना बेहद जरूरी है। उन्होंने कर्मियों से सतत् सीखने और कार्य में निपुणता बढ़ाने का आह्वान किया।
डिजिटल फ्रेंडली बनने की अपील:- इंजी. सुनील तिवारी ने कहा कि कंपनी आउटसोर्स कर्मियों के प्रति हमेशा संवेदनशील रही है। उन्होंने कर्मियों से समय के साथ खुद को डिजिटल फ्रेंडली बनाने और अपने वरिष्ठ साथियों से लगातार सीखने की सलाह दी।