मरीमाता से बोल बम के उदघोष और शंख की मंगल ध्वनि के बीच महेश्वर के लिए प्रस्थित हुई बाणेश्वरी कावड़ यात्रा 

मरीमाता से बोल बम के उदघोष और शंख की मंगल ध्वनि के बीच महेश्वर के लिए प्रस्थित हुई बाणेश्वरी कावड़ यात्रा 

मरीमाता से बोल बम के उदघोष और शंख की मंगल ध्वनि
के बीच महेश्वर के लिए प्रस्थित हुई बाणेश्वरी कावड़ यात्रा 


आज सुबह मां नर्मदा का 101 लीटर दूध से अभिषेक और 1100 मीटर लंबी चुनरी समर्पण के बाद शुरू होगी कावड़ यात्रा

इंदौर।  मरीमाता चौराहा पर पुष्प वर्षा, शंख ध्वनि, बोल बम के उदघोष और भोले बाबा की भक्ति से ओतप्रोत गीतों एवं भजनों की गूंज के बीच मालवांचल की सबसे बड़ी बाणेश्वरी कावड़ यात्रा को रविवार को सांसद शंकर लालवानी, मंत्री तुलसी सिलावट, भाजपा नगर अध्यक्ष सुमित मिश्रा एवं शहर के अनेक पार्षदों ने विद्वान पंडितों द्वारा वैदिक मंगलाचरण के बीच बाबा भोलेनाथ की झांकियों का पूजन कर, ध्वजा फहराकर महेश्वर के लिए विदाई दी। सोमवार को महेश्वर से सुबह सात बजे 101 लीटर दूध से मां नर्मदा के अभिषेक एवं 1100 मीटर लंबी चुनरी समर्पण के बाद 180 कि.मी. लंबी यह पदयात्रा  कावड़ में नर्मदा का पवित्र जल लेकर महाकालेश्वर के लिए प्रस्थित होगी। 
       यात्रा संयोजक एवं विधायक गोलू शुक्ला ने सभी अतिथियों का स्वागत कर उन्हें पुष्पहारों से लादा और यात्रा के साथ जाने वाली मनोहारी झांकियों का अवलोकन कराया। सभी अतिथियों ने सिद्ध विजय गणेश मंदिर में विधायक गोलू शुक्ला के साथ पूजा-अर्चना कर  मंदिर के पास पौधरोपण भी किया। अतिथियों के मरीमाता चौराहा पहुंचते ही यात्रा के लिए जा रहे करीब 5 हजार श्रद्धालुओं का जोश देखते ही बनता था। बोल बम और हर-हर महादेव के जयघोष के बीच श्रद्धालु नाचते-गाते हुए अपनी खुशियां व्यक्त करने लगे। इस अवसर पर विधानसभा क्षेत्र 3 के पार्षदगण, मृदुल अग्रवाल, सुंदरलाल चौधरी, दिनेश पांडे, संजना पिंपले एवं मंडल अध्यक्ष दिनेश वर्मा सहित सैकड़ों कार्यकर्ता इन श्रद्धालुओं को विदाई देने के लिए उपस्थित थे। यात्रा समिति की ओर से कमल शुक्ला, जगजीवन प्रजापत सहित अन्य कार्यकर्ताओं ने व्यवस्थाएं संभाली। सभी श्रद्धालु बसों एवं निजी वाहनों से महेश्वर प्रस्थित हुए। यात्रा के साथ भोजन, तम्बू एवं अन्य आवश्यक सामग्रियों से भरे ट्रक भी बिदा किए गए। यात्रा के साथ तीन मनोहारी झांकियां, शहर के प्रमुख भजन गायक भी गए हैं, जो रात्रि विश्राम वाले स्थानों पर भजन संकीर्तन, रामायण पाठ, पौधरोपण एवं लव जिहाद के प्रति सनातनी समाज को जागृत करने के लिए अभियान चलाएंगे।
            यात्रा प्रभारी दीपेन्द्रसिंह सोलंकी ने बताया कि सावन के पहले सोमवार, 14 जुलाई को सुबह 7 बजे महेश्वर में मां नर्मदा का 101 लीटर दूध से अभिषेक और मां नर्मदा को 1100 मीटर लंबी चुनरी समर्पित करने तथा देवी अहिल्या की प्रतिमा पर माल्यार्पण के साथ 180 कि.मी. लंबी यह कावड़ यात्रा नर्मदा का जल लेकर महाकालेश्वर को समर्पित करने और उनसे समूचे देश और प्रदेश में सुखद वर्षा एवं शांति सदभाव की प्रार्थना करने के लिए प्रस्थित होगी। निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार कावड़ यात्रा 14 जुलाई की  शाम को गुजरी, 15 को मानपुर, 16 को महू, 17 को इंदौर, 18 को रेवती रेंज, 19 को पंथ पिपलई और 20 को उज्जैन पहुंचकर रात्रि विश्राम के बाद 21 जुलाई को सावन के दूसरे सोमवार को सुबह भगवान महाकालेश्वर का जलाभिषेक करेंगे।