हरिधाम पर हनुमत कथा एवं महायज्ञ के पूर्व अग्रसेन धाम से निकली भव्य कलश यात्रा

हरिधाम पर हनुमत कथा एवं महायज्ञ के पूर्व अग्रसेन धाम से निकली भव्य कलश यात्रा

हरि धाम लोक मंगल न्यास

हरिधाम पर हनुमत कथा एवं महायज्ञ के पूर्व अग्रसेन धाम से निकली भव्य कलश यात्रा

आज से हवा बंगला कैट रोड स्थित आश्रम पर पांच दिवसीय हनुमत कथा एवं हनुमत महायज्ञ का दिव्य आयोजन

इंदौर । हवा बंगला कैट रोड स्थित हरिधाम पर मंगलवार 8 अप्रैल से प्रारंभ होने वाले पांच दिवसीय हनुमत कथा महोत्सव का कलश यात्रा सोमवार शाम को अग्रसेन धाम फूटी कोठी से कथा स्थल हरिधाम तक धूमधाम से निकाली गई। आश्रम के महंत शुकदेवास महाराज के सानिध्य में तीन हजार से अधिक मंगल कलशधारी महिलाओं ने नाचते-गाते हुए अपनी खुशियां व्यक्त की। बैंडबाजों, बग्घी-घोड़े एवं भजन तथा गरबा मंडलियों के साथ निकली इस कलश यात्रा का मार्ग में अनेक स्थानों पर पुष्प वर्षा कर स्वागत भी किया गया। 

      आयोजन समिति के संयोजक डॉ. सुरेश चौपड़ा एवं प्रकाश अजमेरा ने बताया कि हरिधाम पर 8 से 12 अप्रैल तक प्रतिदिन सुबह 8 से 12 बजे तक श्री हनुमत महायज्ञ एवं दोपहर 2 से 5 बजे तक प्रख्यात मानस मनीषी पं. पुष्पानंदन पवन तिवारी के श्रीमुख से हनुमत कथामृत की वर्षा होगी। सोमवार को निकली कलश यात्रा में महंत शुकदेवदास महाराज के साथ कथा व्यास आचार्य पं. पुष्पानंदन पवन तिवारी भी शामिल थे, जिनका जगह-जगह स्वागत किया गया। कलश यात्रा में विजयसिंह राणा, श्याम भांगड़िया, कमलेश गर्ग, रामचंद्र चौधरी, गुमानसिंह ठाकुर, सुधीर अग्रावल, गोविंद मंगल, डॉ. राजकुमार जैन, डॉ. सुरेश बजाज, ओमप्रकाश अग्रवाल, सीताराम नरेड़ी, मुकेश बृजवासी, महेन्द्रसिंह ठाकुर सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु एवं शहरी तथा 25 गांवों क श्रद्धालु परंपरागत परिधान में शामिल हुए। 

  *आज से हनुमत महायज्ञ एवं कथा*- मंगलवार से हरिधाम पर प्रतिदन सुबह 8 से 12 बजे तक नवनिर्मित यज्ञशाला में हनुमत महायज्ञ होगा। इस यज्ञशाला का निर्माण क्लाथ मार्केट के समाजसेवी प्रहलाद गर्ग परिवार द्वारा कराया गया है, जबकि हनुमत कथा प्रतिदिन अपरान्ह 4 से 7 बजे तक आचार्य पं. पुष्पानंदन पवन तिवारी के श्रीमुख से होगी। कथा स्थल पर भक्तों की सुविधा के लिए छाया, शीतल पेयजल, सुरक्षा, साफ-सफाई, निशुल्क वाहन पार्किंग सहित अनेक प्रबंध किए गए हैं। सभी कार्यक्रम हवा बंगला कैट रोड स्थित हरिधाम आश्रम पर आश्रम के संस्थापक ब्रह्मलीन महंत घनश्यामदास महाराज की सदप्रेरणा एवं आश्रम के अधिष्ठाता महंत शुकदेवदास महाराज के सानिध्य में संपन्न होंगे। महोत्सव के समापन पर 12 अप्रैल को शाम 6 बजे से विशाल भंडारा भी होगा।