आजाद और तिलक जैसे यौद्धाओं के बलिदान से ही आज हम भारत देश में खुली हवा में सांसे ले रहे हैं - सत्यनारायण पटेल

आजाद और तिलक जैसे यौद्धाओं के बलिदान से ही आज हम भारत देश में खुली हवा में सांसे ले रहे हैं - सत्यनारायण पटेल

आजाद और तिलक जैसे यौद्धाओं के बलिदान से ही आज हम भारत देश में खुली हवा में सांसे ले रहे हैं - सत्यनारायण पटेल


वे देश के लिए अपनी जान न्यौछावर कर गए और आज हम धर्म की लड़ाई लड़ रहे हैं - महामंडलेश्वर नितीनदास महाराज
आजाद-तिलक अलंकरण से  5 विभूतियां सम्मानित

इन्दौर। नेताजी सुभाष मंच व गीता रामेश्वरम् ट्रस्ट एवं अ.भा. स्वतंत्रता संग्राम सेनानी उत्तराधिकारी संगठन के तत्वावधान में मंगलवार को भारत के अमर शहीद चन्द्रशेखर आजाद की 119वीं जयंती एवं स्वराज्य मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है का उद्घोष करने वाले स्वतंत्रता सेनानी लोकमान्य बालगंगाधर तिलक की 169वीं जयंती मनाई गई। इस अवसर पर शहर की 5 विभुतियों को सम्मानित किया गया, जिन्होंने अपना जीवन समाजसेवा में लगा दिया। आयोजन के मुख्य अतिथि महामंडलेश्वर संतश्री नितीनदास मतकर महाराज  एवं अध्यक्षता अ.भा. कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय सचिव एवं पूर्व विधायक सत्यनारायण पटेल ने की। विशेष अतिथि प्रो. राजीव शर्मा, इंटक के अध्यक्ष श्याम सुन्दर यादव, पार्षद कंचन गिदवानी थी।
मुख्य अतिथि के रूप में उद्बोधन देते हुए महामंडलेश्वर नितीनदास महाराज ने कहा कि वे देश के लिए अपनी जान न्यौछावर कर गए और आज हम धर्म की लड़ाई लड़ रहे हैं। हमें एकता पर विश्वास रखना चाहिए। सत्यनारायण पटेल ने कहा कि आजाद और तिलक जैसे यौद्धाओं के बलिदान से ही आज हम भारत देश में खुली हवा में सांसे ले रहे हैं। यह सम्मान समारोह इस बात का साक्षी है कि हम सदा सकारात्मक सोच रखें और नेगेटिव बातें दिमाग से निकाल दें और नए भारत के निर्माण में जुट जाएं।
प्रो. राजीव शर्मा ने कहा कि आजादी के लिए स्वाधीनता सेनानियो ने जितना  किया, उस योगदान को नमन। आज जरूरत इस बात की है कि अब हम सभी देश सेवा के लिए प्रण प्राण से जुट जाएं। हम एक दूसरे से मिले जुलें और सुख, दु:ख साझा करें। जब संवाद कायम होगा तो बहुत सी समस्याओं का हल निकलकर आएगा।
हम मोबाइल के मोहपाश में बंध गए हैं और एक दूसरे से संवाद कायम रखने में कोई भी रुचि नहीं दिखा रहा है। अब हम सब साथ-साथ होते हुए भी अकेले होते जा रहे हैं और यदि आप रोज एक घंटा अंजान लोगों से मिलने, बात करने में खर्च करेंगे तो इससे देश और समाज फिर से बोलने लग जाएगा। मोबाइल की गुलामी छोडऩी पड़ेगी, तभी बात बनेगी। 
उक्त जानकारी कार्यक्रम संस्था के प्रदेश अध्यक्ष मदन परमालिया एवं ट्रस्ट के अध्यक्ष विनोद सत्यनारायण पटेल ने देते हुए बताया कि इस प्रसंग पर पांच विभूतियों को आजाद-तिलक अलंकरण से विभूषित किया गया। जिनमे सर्वश्री सर्वश्री पर्यावरणविद डॉ. ओ.पी. जोशी, समाजसेवी दीनदयाल रतमेले, शहीद शुखदेव के परिजन रघुवीर सिंह जेतका, समाजसेविका रेणु जया सिंघानी एवं आकाशवाणी के पूर्व उद्घोषण उदितनारायण तिवारी  को आजाद -तिलक अलंकरण से विभूषित किया गया।

कार्यक्रम का संचालन मदन परमालिया ने किया और अंत में आभार विनोद सत्यनारायण पटेल ने माना।