मालवा उत्सव का शुभारंभ कलाकारों के द्वारा* *बधाई, कर्मा, राठवा ,करमा सेला नृत्य हुए* *शिल्प बाजार हुआ गुलजार प्रतिदिन शुरू होगा 4:00 बजे* *दीप प्रज्वलन से मालवा उत्सव का शुभारंभ*

*मालवा उत्सव का शुभारंभ कलाकारों के द्वारा*
*बधाई, कर्मा, राठवा ,करमा सेला नृत्य हुए*
*शिल्प बाजार हुआ गुलजार प्रतिदिन शुरू होगा 4:00 बजे*
*दीप प्रज्वलन से मालवा उत्सव का शुभारंभ*
इंदौर। मध्य प्रदेश की पहचान बन चुका मालवा उत्सव का आज भव्य शुभारंभ हुआ। नगर पालिका निगम एवं संस्कृति संचनालय मध्यप्रदेश दक्षिणी मध्यवर्ती केंद्र नागपुर के सहयोग से मनाए जा रहे इस उत्सव में आज कला प्रेमियों की उपस्थिति लालबाग परिसर पर देखी गई।
लोक संस्कृति मंच के संयोजक शंकर लालवानी ने बताया आज नेपाल बागमती नदी के किनारे काठमांडू में स्थित पशुपति नाथ मंदिर की प्रतिकृति बने मंच पर जनजाति एवं लोक नृत्य ने अपनी अलग ही छाप छोड़ी जहां बैगा जनजाति का साईला कर्मा नृत्य आदिवासी अंचल की बांनगी दिखा रहा था यह नृत्य फसल काटने के समय एवं देवी अनुष्ठानों व पारिवारिक कार्यक्रमों में आनंद खुशी व्यक्त करने के लिए किया जाता है इसमें पुरुषों ने पैर में पेंशन और कमर में जगह पहन रखा था वह महिलाओं ने साड़ी गले में माला पहन रखी थी।मध्य प्रदेश के बुंदेलखंड अंचल का बधाई नृत्य जोकि पुत्र जन्म विवाह आदि मांगलिक अवसरों पर शीतला माता की आराधना में किया जाता है प्रस्तुत किया गया बोलत थे "नैना बंध लागे कईयोंने, चोली बंध लागे कईयोंने" वहीं गुजरात छोटा उदयपुर से आई टीम ने सफेद धोती नीले शर्ट तो सर पर लाल पगड़ी कमर में दुपट्टा बांधकर हाथ में गिरताल बार रुमाल के साथ घूम-घूम कर राठवा नृत्य की बानगी प्रस्तुत की । वही मध्य प्रदेश के डिंडोरी से आए 16 कलाकारों ने गोंड जनजाति का करमा नृत्य प्रस्तुत किया वहीं स्थानीय कलाकारों में शुभी जैन मयूरी रंगनेकर ने कथक की प्रस्तुति दी वहीं पूर्वा पांडे ने भरतनाट्यम प्रस्तुत किया हिमांशु दास ने उज्जैन दर्शन कत्थक के माध्यम से प्रस्तुत किया ।
लोक संस्कृति मंच के संकल्प वर्मा एवं विशाल गिद्वानी ने बताया कि आज कार्यक्रम की शुरुआत मंच पर कलाकारों द्वारा दीप प्रज्वलन से हुई. मंच पर विभिन्न राज्यों से आए कलाकार एवं स्थानीय कलाकार मौजूद थे।
मंच के सतीश शर्मा व बंटी गोयल ने बताया कि शिल्प मेला सायंकाल 4:00 बजे से लालबाग पर प्रारंभ हुआ जिसमें कला प्रेमियों की उपस्थिति दर्ज की गई।
9 मई के कार्यक्रम शिल्प मेला सायंकाल 4:00 बजे से सांस्कृतिक कार्यक्रम 7:30 बजे से साईला कर्मा, धनगरी गाजा, घूमर ढोलकुनीता पंथी सिद्धि धमाल नृत्य, भगोरिया एवं स्थानीय कलाकारों के नृत्य होंगे।