इंदौर के पायलट से रेस्टोरेंटियर और फिर गायक बने अविनाश गुप्ता अपने ऑल इंडिया टूर पर ला रहे हैं कैसेट और सीडी का सुनहरा दौर

*इंदौर के पायलट से रेस्टोरेंटियर और फिर गायक बने अविनाश गुप्ता अपने ऑल इंडिया टूर पर ला रहे हैं कैसेट और सीडी का सुनहरा दौर*
*इंदौर, । कभी कमर्शियल पायलट के रूप में आसमान की ऊंचाइयों को छूने वाले अविनाश गुप्ता अब संगीत प्रेमियों के दिलों में उड़ान भर रहे हैं। रनवे से रागों तक की उनकी यात्रा उतनी ही अनोखी है जितनी उनकी आवाज़, एक ऐसी आवाज़ जो सिर्फ़ यादें नहीं, बल्कि भावनाओं की लहर ले आती है। अब यह पायलट से रेस्टोरेंट मालिक से गायक बने कलाकार अपने ऑल इंडिया म्यूज़िकल टूर "कैसेट्स एंड सीडीज़ नॉस्टेल्जिया" के ज़रिए उस बीते दौर की आग को फिर से जगा रहे हैं।
इंदौर के पारिवारिक रेस्टोरेंट में शुरू हुई छोटी छोटी संगीत प्रस्तुतियाँ, जहाँ उन्होंने पुराने बॉलीवुड की जादुई धुनों को ज़िंदा किया, आज एक राष्ट्रीय फेनोमेना बन चुकी हैं। आज वे शंकर एहसान लॉय और आमिर ख़ान जैसे दिग्गजों के साथ मंच साझा करते हैं, और हर परफॉर्मेंस के बाद श्रोता बस यही कहते हैं, "वंस मोर!" टूर के पहले दो शो पूरी तरह से सोल्ड आउट रहे।
अविनाश की संगीत यात्रा दिल, संघर्ष और सुरों की एक मिसाल है। क्लास 9 में अपना पहला एल्बम रिकॉर्ड करने वाले अविनाश के आज स्पॉटिफाई पर 2.25 लाख से अधिक मंथली लिस्नर्स हैं और सोशल मीडिया पर 2 लाख से अधिक फॉलोअर्स।
उनका गाया “माँ” (फिल्म "तारे ज़मीन पर" से) जब आमिर ख़ान और शंकर एहसान लॉय के साथ एक इमोशनल रीयूनियन में प्रस्तुत किया गया, तो इंस्टाग्राम पर 2.7 करोड़ से ज़्यादा और यूट्यूब पर 7 लाख से अधिक व्यूज़ ने उन्हें देशभर में चर्चित बना दिया।
लेकिन इस वायरल सफलता के पीछे एक गहराई है। चाहे वो "काल भैरव अष्टकम" जैसा आत्मीय मंत्र हो, ए आर रहमान के क्लासिक्स की रूहानी झलक, या "ख्वाजा मेरे ख्वाजा" और "रोजा" जैसे गीतों की दिल को छू लेने वाली प्रस्तुतियाँ, अविनाश सिर्फ गायक नहीं हैं, वो एक अहसास हैं जिसे आप जीते हैं।
वो सिर्फ़ सुर नहीं छेड़ते, वो दिल की रगों को छूते हैं। उनका संगीत किसी नोटिफिकेशन की दुनिया में लिखी गई एक हैंडरिटन लेटर की तरह है। उनके गाने उन लोगों के लिए हैं जो कैसेट्स की सरसराहट को याद करते हैं, सीडी कवर की वो खुशबू महसूस कर सकते हैं, और मेलोडी को कभी पुराना नहीं मानते।
वो भाषा की सीमाओं से परे हैं, हिंदी, तमिल, तेलुगू, और हर मूड के लिए उनकी आवाज़ एक आत्मिक और आधुनिक टच लेकर आती है।
*टूर कैलेंडर: जुलाई से अक्टूबर 2025*
शुरुआती ज़बरदस्त प्रतिक्रिया के बाद अब भारत के 11 शहरों में शो कन्फर्म हो चुके हैं, और कई नए शहर जल्द जुड़ने वाले हैं। अविनाश गुप्ता अब ओरियोल एंटरटेनमेंट के एक्सक्लूसिव टैलेंट हैं और टूर के टिकट बुकमायशो पर उपलब्ध हैं। चूंकि सारे शो तेज़ी से सोल्ड आउट हो रहे हैं, इसलिए जल्दी बुकिंग की सलाह दी जाती है।
आने वाले दिनों के शो
11 जुलाई - मुंबई
2 अगस्त - लुधियाना
3 अगस्त - गुरुग्राम
10 अगस्त - कानपुर
16 अगस्त - भोपाल
23 अगस्त - देहरादून
30 अगस्त - हैदराबाद
13 सितंबर - इंदौर
20 सितंबर - नोएडा
21 सितंबर - गुरुग्राम
4 अक्टूबर - जालंधर
**(अतिरिक्त तिथियाँ और स्थान जल्द घोषित होंगे)
आज के तेज़ और शोर भरे दौर में, अविनाश गुप्ता एक शांत क्रांति हैं, जहाँ हर कॉन्सर्ट एक घर लौटने जैसा अनुभव होता है।