कौन है ISI की 'मैडम N'?
एक रहस्यमयी महिला जासूस जो भारत की सुरक्षा के लिए बन चुकी है बड़ा खतरा

कौन है ISI की 'मैडम N'?
एक पाकिस्तानी महिला जिसने भारत में 500 जासूसों का जाल बिछाया
विशेष रिपोर्ट | जून 2025
✍️ By: तुषार पाटिल (कलम का सिपहसालार)
"मैडम N" – ये नाम हाल ही में भारतीय सुरक्षा एजेंसियों और मीडिया में छाया हुआ है। एक रहस्यमयी पाकिस्तानी महिला, जिसने ना सिर्फ सोशल मीडिया की मदद से भारत के युवाओं को अपने जाल में फंसाया, बल्कि उन्हें संवेदनशील सूचनाएं भेजने के लिए प्रेरित भी किया।
तो सवाल उठता है – कौन है ये 'मैडम N'? और कैसे उसने भारत में 500 से ज्यादा स्लीपर सेल्स खड़े कर दिए?
असली नाम और पहचान:
नाम: नौशाबा शहजाद मसूद
उपनाम: मैडम N
देश: पाकिस्तान
पेशेवर छवि: व्यवसायी, समाजसेवी, और पाकिस्तानी हाई-सोसायटी से जुड़ी एक प्रभावशाली महिला
गुप्त भूमिका: पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के लिए काम करने वाली एजेंट
कैसे शुरू हुआ ISI का ऑपरेशन 'मैडम N' के ज़रिए?
ISI ने पिछले कुछ वर्षों में एक नई रणनीति अपनाई—साइबर स्पेस और सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर भारतीय युवाओं को जासूसी के लिए तैयार करना।
इसका चेहरा बनी मैडम N, जिसने सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स, पत्रकारों, छोटे-मोटे नेताओं और एक्टिविस्ट्स को निशाना बनाया।
?कैसे काम करती थी मैडम N?
1. सोशल मीडिया जाल:
=भारतीय सोशल मीडिया अकाउंट्स को फॉलो करना
=खासकर इंस्टाग्राम, फेसबुक, यूट्यूब के ज़रिए संपर्क बनाना
=फ्रेंडशिप और पर्सनल इंटरैक्शन के ज़रिए भरोसा जीतना
2. पाकिस्तान का आमंत्रण:
जिन लोगों पर भरोसा कर लिया गया, उन्हें ‘सेमिनार’, ‘डॉक्यूमेंट्री’, ‘कल्चरल प्रोग्राम’ के नाम पर पाकिस्तान आने का निमंत्रण दिया जाता
=उन्हें VIP ट्रीटमेंट, पैसे और गिफ्ट्स का लालच दिया जाता
3. वहां क्या होता था?
=वहां उनसे जानकारी, संपर्क और दस्तावेज़ शेयर करने की मांग की जाती
=कुछ मामलों में ब्लैकमेल भी किया गया (फोटो/वीडियो रिकॉर्डिंग के माध्यम से)
4. भारत लौटने के बाद:
=ये लोग सोशल मीडिया के ज़रिए जानकारी लीक करते या भारत में अन्य लोगों को फंसाने का काम करते
= ISI इनसे रिपोर्टिंग व्हाट्सऐप, टेलीग्राम और ईमेल के ज़रिए करवाता
हालिया खुलासा: ऑपरेशन सिंदूर
=भारत की सुरक्षा एजेंसियों ने एक बड़े काउंटर इंटेलिजेंस ऑपरेशन 'सिंदूर' के तहत इस नेटवर्क का पर्दाफाश किया।
=इस ऑपरेशन में कई सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स, पत्रकार और संदिग्ध नागरिकों को हिरासत में लिया गया, जिनके माध्यम से 'मैडम N' का नाम सामने आया।
= एक आरोपी महिला इन्फ्लुएंसर ज्योति मल्होत्रा ने कबूल किया कि वह पाकिस्तान गई थीं और मैडम N से मिली थीं।
जिसे वो चाहती उसे पाकिस्तान का वीजा मिल जाता
शहजाद की पहुंच दिल्ली स्थित पाकिस्तानी दूतावास तक थी। सूत्रों ने बताया कि वह प्रथम सचिव (वीजा) सुहैल कमर और काउंसलर (व्यापार) उमर शेरयार के संपर्क में थी, जिसका मतलब था कि वह जिसे चाहती थी उसे तुरंत एक फोन कॉल पर पाकिस्तानी वीजा मिल जाता था।
वो पाकिस्तान पहुंचे भारतीय यूट्यूबर्स की मुलाकात देश के सेन्य और आईएसआई अधिकारियों से करवाती थी। उसने हजारों की तादाद में हिंदुओं और सिखों को पाकिस्तान आने का निमंत्रण दिया। पिछले छह महीनों में उसने भारत के लगभग 3,000 नागरिकों और 1,500 अनिवासी भारतीयों (एनआरआई) को पाकिस्तान आने में मदद की।
मामला कैसे उजागर हुआ?
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ऑपरेशन सिंदूर के तहत RAW और IB ने एक खास निगरानी की।
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सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर ज्योति मल्होत्रा से पूछताछ में चौंकाने वाले खुलासे हुए।
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उनकी यात्रा, पैसे के स्रोत और पाकिस्तानी संपर्कों की जांच के बाद मैडम N का नाम सामने आया।
- एजेंसियों ने इस नेटवर्क के डिजिटल ट्रेल्स, बैंक ट्रांजैक्शन्स और वीज़ा रिकॉर्ड्स का गहराई से विश्लेषण किया।
⚠️ भारत के लिए खतरा:
=नेशनल सिक्योरिटी को सीधा खतरा
=फौजी, स्ट्रेटजिक, और डिफेंस इंफ्रास्ट्रक्चर की जानकारी लीक
=डिजिटल मीडिया का दुरुपयोग
=फेक नैरेटिव और प्रोपेगंडा फैलाना
✅ भारत की तैयारियाँ:
= ISI और पाकिस्तान से जुड़े सोशल मीडिया अकाउंट्स की निगरानी
=आम नागरिकों को जागरूक करने के लिए कैंपेन
=फेक वीजा और आमंत्रणों पर रोक
=टेलीकॉम, साइबर और इमिग्रेशन डिपार्टमेंट की संयुक्त निगरानी
क्या कदम उठाए गए?
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अब तक दर्जनों संदिग्ध एजेंट गिरफ्तार किए जा चुके हैं।
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सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के जरिए संदिग्ध गतिविधियों पर निगरानी बढ़ा दी गई है।
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विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तानी वीज़ा से जुड़े नियमों को सख्त किया है।
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मैडम N को पाकिस्तान में ट्रेस किया गया है, लेकिन उसकी गिरफ्तारी की संभावना कम है।
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भारत के लिए चुनौती
मैडम N का मामला साबित करता है कि ISI भारत के खिलाफ "हाइब्रिड वॉर" (Hybrid Warfare) लड़ रहा है, जिसमें साइबर वॉरफेयर, प्रोपेगैंडा और आतंकी फंडिंग शामिल है। भारतीय एजेंसियों ने इस खतरे को पहचान लिया है, लेकिन यह लड़ाई अभी जारी है।
⚠️ सतर्कता जरूरी:
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सोशल मीडिया पर अजनबियों से सावधान रहें।
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किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना पुलिस या सुरक्षा बलों को दें।
ISI की 'मैडम N' सिर्फ एक महिला नहीं, बल्कि भारत में डिजिटली चल रहे जासूसी युद्ध की एक खतरनाक रणनीति का चेहरा है।
सोशल मीडिया के ज़माने में दुश्मन बिना बॉर्डर पार किए भी हमला कर सकता है। ज़रूरत है सावधानी, सतर्कता और डिजिटल सुरक्षा की।
भारत में सोशल मीडिया और डिजिटल कनेक्टिविटी के ज़माने में दुश्मन एजेंसियां अब पारंपरिक स्पायिंग के बजाय मनोज्ञानिक, भावनात्मक और सोशल हेरफेर का इस्तेमाल कर रही हैं।
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