हरीश भिमानी 17 और 18 अप्रैल को इंदौर में  वॉयस एक्टिंग’ का विशेष प्रशिक्षण देंगे

हरीश भिमानी 17 और 18 अप्रैल को इंदौर में  वॉयस एक्टिंग’ का विशेष प्रशिक्षण देंगे

हरीश भिमानी 17 और 18 अप्रैल को इंदौर में  वॉयस एक्टिंग’ का विशेष प्रशिक्षण देंगे

इंदौर। हमारे समय की सबसे अधिक सम्मानित आवाज़ और इस क्षेत्र के प्रबुद्ध पेशेवर  हरीश भिमानी 17 और 18 अप्रैल 2025 को स्टेट प्रेस क्लब,मप्र के कार्यक्रम ‘लर्न विथ लेजेंड’ में ‘वॉयस एक्टिंग’का प्रशिक्षण देंगे। दो दिन के इस विशेष कार्यक्रम का नाम है -‘ वॉयस एज़ ए करियर’। यह कार्यक्रम स्थानीय अभिनव कला समाज में प्रतिदिन सुबह 11 बजे से होगा। दोनों दिनों के इस कार्यक्रम में प्रतिभागी रजिस्ट्रेशन के माध्यम से प्रशिक्षण में हिस्सा ले सकेंगे। प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को स्टेट प्रेस क्लब, मप्र की तरफ़ से सर्टिफिकेट भी प्रदान किये जायेंगे। 

यह जानकारी स्टेट प्रेस क्लब,मप्र के अध्यक्ष प्रवीण  खारीवाल ने दी। उन्होंने कहा, एआई पर देश के पहले तीन दिवसीय पत्रकारिता महोत्सव के बाद यह स्टेट प्रेस क्लब,मप्र की एक अभिनव पहल है।  खारीवाल ने कहा वॉयस एक्टिंग के इस विशेष ट्रेनिंग प्रोग्राम का पाठ्यक्रम स्टेट प्रेस क्लब,मप्र ने  हरीश भिमानी के साथ मिलकर तैयार किया है। इसकी संकल्पना में सृजनधर्मी पत्रकार शकील अख़्तर ने अपनी विशिष्ट भूमिका निभाई है। कार्यक्रम में वे भी मौजूद रहेंगे। 

 खारीवाल ने बताया कि इस कार्यक्रम में हरीश भिमानी वायस एक्टिंग के विभिन्न आयामों का प्रशिक्षण देंगे। इन दो दिनों में स्वर प्रशिक्षण से जुडे उनके चार विशेष सत्र होंगे। जर्नलिज़्म के स्टूडेंट्स के साथ ही यह ट्रेनिंग प्रोग्राम उन सभी प्रतिभागियों के लिये लाभकारी होगा जो आवाज़ की दुनिया में अपनी सफलता हासिल करना चाहते हैं। हरीशजी इन सत्रों में शामिल होने वाले प्रतिभागियों की जिज्ञासाओं का समाधान भी करेंगे। 

भिमानी का सफरनामा

हरीश भिमानी मीडिया जगत और आवाज़ की दुनिया में भारत की सबसे पहचानी जाने वाली आवाज़ों में से एक हैं। उन्हें दूरदर्शन पर प्रसारित धारावाहिक ‘महाभारत’ के प्रसारण दिनों से ही देश और दुनिया में सुने गये उनके शब्द ‘मैं समय हूँ’ के रूप में ऐसी प्रसिद्धि मिली कि जो आज भी व्यूअर्स के दिलो दिमाग में गूँज रही है। वे एक ऐसी आवाज भी हैं जिनके नाम सबसे ज्यादा 28,500 रिकॉर्डिंग दर्ज है। उनकी आवाज रेडियो,फिल्म,डाक्यूमेंट्री,रेलवे स्टेशन,हवाई जहाज़ से लेकर कई विज्ञापनों में देश और दुनिया में आज भी सुनी जा रही है। वे आज भी दुनिया के कई देशों की संस्थाओं और कार्यक्रमों के लिये लगातार वायस ओवर और स्क्रिप्टिंग के लिये सक्रिय है। कई भाषाओं में वे यह काम पूरी रचनात्मक ऊर्जा के साथ कर रहे हैं। हरीशजी एक ऐसे वायस प्रोफेशनल भी हैं जिन्होंने माइक्रोफोन पर रिकॉर्डिंग की दुनिया की सभी तरह की तकनीकों के लिये काम किया है। वे एक ऐसे प्रबुद्ध हस्ती भी हैं जिन्होंने दुनिया के कई मंचों पर स्टेज शोज अपने खास अंदाज़ में संचालित किये हैं। सिर्फ स्व.लता मंगेशकर के लिए ही उन्होंने 21 देशों और 52 शहरों में 143 कार्यक्रमों की एंकरिंग की है।