पेरिस ओलंपिक में स्वप्निल ने जीता ब्रॉन्ज़ मेडल, कभी कर्ज़ लेकर की थी प्रैक्टिस

पेरिस ओलंपिक में स्वप्निल ने जीता ब्रॉन्ज़ मेडल, कभी कर्ज़ लेकर की थी प्रैक्टिस

पेरिस ओलंपिक में स्वप्निल कुसाले ने 50 मीटर राइफल शूटिंग में कांस्य पदक जीत लिया है.

इसी के साथ पेरिस ओलंपिक 2024 में भारत के हिस्से अब तक तीन मेडल आ गए हैं. कुसाले 50 मीटर राइफल शूटिंग इवेंट के फाइनल में पहुंचने वाले पहले भारतीय हैं. भारतीय शूटर स्वप्निल कुसाले ने भारत को पेरिस ओलंपिक में तीसरा मेडल दिलाया. स्वप्निल कुसाले को अपना पहला ओलंपिक खेलने के लिए 12 साल का लंबा इंतजार करना पड़ा. मेडल जीतने के बाद कुसाले ने कहा कि वह बिना कुछ खाए शूटिंग रेंज में पहुंचे थे. उनका लक्ष्य सिर्फ मेडल जीतना था. उन्होंने कहा कि वह सिर्फ ब्लैक टी पीकर गए थे. तब उनका दिल तेजी से धड़क रहा था और खाली पेट भी गुड़गुड़ कर रहा था. पेरिस ओलंपिक में 50 मीटर राइफल थ्री पोजिशंस में भारत को पहला कांस्य दिलाने वाले इस निशानेबाज को खुद नहीं पता कि ओलंपिक में डेब्यू के लिए उन्हें इतना समय क्यों लगा. उनसे जब पूछा गया तो उन्होंने कहा ,शायद मैं तब मानसिक रूप से इतना मजबूत नहीं था.

महाराष्ट्र के कोल्हापूर के पास कंबलवाडी गांव में स्कूल शिक्षक पिता और सरपंच मां के बेटे 28 वर्ष के स्वप्निल कुसाले ने 2009 में निशानेबाजी शुरू की. 2012 में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदार्पण किया था. रियो ओलंपिक में वह चयन के दावेदारों में नहीं थे और तोक्यो ओलंपिक 2020 के समय चयन के मानदंडों पर मामूली अंतर से चूक गए थे. उस समय अंतरराष्ट्रीय स्पर्धाओं में प्रदर्शन को अधिक अहमियत दी जाती थी. उन्होंने 2022 विश्व चैम्पियनशिप में 50 मीटर राइफल थ्री पोजिशंस में चौथा स्थान हासिल करके पेरिस ओलंपिक का कोटा हासिल किया था. इसके बाद मार्च अप्रैल में घरेलू ट्रायल में भी अच्छा प्रदर्शन रहा.