महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने विद्युत विभाग और नगर निगम अधिकारियों संग की उच्चस्तरीय बैठक*

महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने विद्युत विभाग और नगर निगम अधिकारियों संग की उच्चस्तरीय बैठक*

इंदौर, महापौर पुष्यमित्र भार्गव की अध्यक्षता में  नगर पालिक निगम एवं मध्य प्रदेश विद्युत वितरण कंपनी (पश्चिम क्षेत्र) के वरिष्ठ अधिकारियों की संयुक्त बैठक रेसीडेंसी कोठी में आयोजित की गई। बैठक में नगर निगम आयुक्त  शिवम वर्मा, एमपीईबी के प्रबंध संचालक सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।

बैठक का मुख्य उद्देश्य शहर में हो रही अघोषित बिजली कटौती की समस्याओं पर चर्चा कर उनके स्थायी समाधान सुनिश्चित करना था। महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने बैठक की अध्यक्षता करते हुए स्पष्ट निर्देश दिए कि आगामी मानसून से पूर्व बिजली मेंटेनेंस से जुड़े सभी कार्य पूर्ण कर लिए जाएं, जिससे इंदौर की जनता को बिजली कटौती की परेशानी न उठानी पड़े।

महापौर ने कहा कि आज के दौर में अधिकांश लोग ‘वर्क फ्रॉम होम’ की स्थिति में हैं, ऐसे में अनियमित बिजली आपूर्ति से उनकी कार्यक्षमता प्रभावित होती है। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि यदि किसी कारणवश विद्युत कटौती आवश्यक हो, तो उसकी पूर्व जानकारी नागरिकों को दी जाए।

बैठक में यह भी बताया गया कि 24 घंटे शहर में जल रही 20,000 स्ट्रीट लाइट्स में से अब तक 14,000 लाइटों को बंद किया जा चुका है, और शेष 6,000 लाइटों को भी चरणबद्ध रूप से बंद करने की प्रक्रिया जारी है। 

इसके अतिरिक्त, शहर की सड़कों पर अव्यवस्थित रूप से लगे और बिना उपयोग के खंभों को हटाने तथा यातायात में बाधा बनने वाले अवरोधों को समाप्त करने के निर्देश भी महापौर ने अधिकारियों को दिए। उन्होंने कहा कि शहर के सुचारु विकास के लिए बड़े एक्सटेंशन क्षेत्रों में कचरा गाड़ियों के चार्जिंग स्टेशन हेतु तत्काल बिजली कनेक्शन प्रदान किए जाएं।

महापौर ने शहर की किसी एक प्रमुख सड़क को अंडरग्राउंड विद्युत लाइन के माध्यम से "मॉडल रोड" के रूप में विकसित करने की संभावना पर भी चर्चा की और संबंधित अधिकारियों को आवश्यक योजना तैयार करने के निर्देश दिए।

अंत में महापौर ने एमपीईबी और नगर निगम के अधिकारियों को आपसी समन्वय से कार्य करने की अपील करते हुए यह सुनिश्चित करने को कहा कि बारिश के पूर्व शहर में न तो कोई अघोषित बिजली कटौती हो और न ही मेंटेनेंस कार्य अधूरा रहे।