अभ्यास मंडल की 64 वी  ग्रीष्मकालीन व्याख्यानमाला का निमंत्रण कार्ड विमोचित

अभ्यास मंडल की 64 वी  ग्रीष्मकालीन व्याख्यानमाला का निमंत्रण कार्ड विमोचित

 अभ्यास मंडल की 64 वी  ग्रीष्मकालीन व्याख्यानमाला का निमंत्रण कार्ड विमोचित

इंदौर। देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के कुलगुरु डॉ राकेश सिंह ने कहा है कि शिक्षा संस्थानों में विद्यार्थियों व युवाओं को ज्ञान दिया जाता है लेकिन यह ज्ञान उनकी बुद्धि के साथ नहीं जुड़ पाता है। अभ्यास मंडल के द्वारा आयोजित की जाने वाली व्याख्यान माला इस ज्ञान को बुद्धि के साथ जोड़ने का काम करती है। 
वे आज यहां अभ्यास मंडल द्वारा आयोजित 64 वीं व्याख्यान माला के  निमंत्रण कार्ड के विमोचन समारोह को संबोधित कर रहे थे। यह समारोह आज शाम को इंदौर प्रेस क्लब के सभागार में आयोजित किया गया। इस मौके पर अपने संबोधन में कुलगुरु ने कहा कि हम सभी का यह उद्देश्य है कि युवाओं के बीच राष्ट्रवाद का भाव पैदा होना चाहिए। इसके साथ ही देश और समाज के समक्ष वर्तमान में उपस्थित समस्याओं और चुनौतियां पर उनके मन में भाव होना चाहिए। जब यह स्थिति होगी तो युवा पर्यावरण सहित मुख्य मुद्दो पर चर्चा करते हुए नजर आएंगे। आज हम स्कूल और कॉलेज की शिक्षा में ज्ञान तो दे सकते हैं। खूब कोशिश करने के उपरांत भी इस शिक्षा को हम व्यक्ति की बुद्धि से नहीं जोड़ पा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि अभ्यास मंडल की व्याख्यानमाला इस ज्ञान को बुद्धि से जोड़ने का काम करती है। इस काम में पारदर्शिता झलकती है। यह व्याख्यानमाला बुद्धिमता की तरफ कदम है। राष्ट्र निर्माण और समाज के जागरण के लिए इस तरह के बौद्धिक आयोजन आवश्यक है। इस आयोजन में संबोधित करने के लिए आने वाले वक्ता की खुद की सोच, विचार , अनुभव का रोपण करने की कला सबसे महत्वपूर्ण होती है। हमने अक्सर देखा है की उम्र बढ़ने के साथ किताबी संस्थाएं पूर्ण होती हुई नजर आने लगती है। अभ्यास मंडल में काम करने वाले व्यक्तियों में समाज के लिए कर्तव्य का बोध है। राष्ट्र के प्रति चेतना का संचार इस व्याख्यान माला के माध्यम से हो, यही मेरी शुभकामना है। प्रारंभ अतिथियों का स्वागत सुरेश मिश्रा, अरविंद तिवारी, स्वप्निल व्यास, पल्लवी अढाव ने किया। कार्यक्रम का संचालन वैशाली खरे ने किया। अंत में आभार प्रदर्शन अभ्यास मंडल के अध्यक्ष रामेश्वर गुप्ता ने किया। अभ्यास मंडल के बारे में जानकारी  सचिव माला सिंह ठाकुर ने दी
कार्यक्रम में वल्लभभाई पटेल, श्यामा सुंदर यादव, अशोक जायसवाल, गौतम कोठारी , राजेंद्र बिल्लौरे, सुरेश मिंडा,ओ पी जोशी, अनिल भोजे आदी उपस्थित थे