पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना के तहत अब तक 87.69 करोड़ की सब्सिडी - केंद्र शासन तीन किलो वॉट के संयंत्र पर दे रही 78 हजार की राहत

पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना के तहत अब तक 87.69 करोड़ की सब्सिडी
- केंद्र शासन तीन किलो वॉट के संयंत्र पर दे रही 78 हजार की राहत
- अब तक 11287 उपभोक्ताओं को मिली केंद्र शासन से सब्सिडी
इंदौर। मालवा और निमाड़ के बिजली उपभोक्ताओं में सौर ऊर्जा को लेकर व्यापक उत्साह बना हुआ हैं, पिछले एक वर्ष के दौरान 13 हजार से ज्यादा बिजली उपभोक्ता अपने यहां रूफ टॉप सोलर नेट मीटर लगा चुके हैं, अब तक 11287 उपभोक्ताओं के बैंक खातों में 87.69 करोड़ रूपए की सब्सिडी केंद्र शासन से जमा हो चुकी हैं।
मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के प्रबंध निदेशक श्री अनूप कुमार सिंह ने बताया कि रूफ टॉप सोलर नेट मीटर योजना का मालवा और निमाड़ क्षेत्र में प्रभावी क्रियान्वयन हो रहा हैं। इंदौर शहर में सबसे ज्यादा बिजली उपभोक्ता पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना से जुड़ रहे हैं। इसी कारण जहां एक ओर इंदौर नगरीय सीमा में करीब चौदह हजार उपभोक्ताओं के यहां पैनल्स लग चुके हैं, वहीं कंपनी क्षेत्र में कुल 27 हजार पांच सौ उपभोक्ताओं के यहां पैनल्स लगी हैं। प्रबंध निदेशक श्री सिंह ने बताया कि पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना लागू होने के बाद पिछले एक वर्ष में 13 हजार से ज्यादा उपभोक्ताओं के यहां पैनल्स स्थापित हो चुकी हैं। इन्हें पात्रतानुसार केंद्र शासन द्वारा सब्सिडी प्रदान की जा रही हैं। अब तक 11287 उपभोक्ताओं के बैंक खातों में डीबीटी के माध्यम से 87.69 करोड़ की सब्सिडी जमा हो चुकी हैं। पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना में घरों पर सौर ऊर्जा संयंत्र लगाने पर पहले किलो वाट पर 30 हजार, दूसरे पर तीस हजार एवं तीसरे किलो वाट पर 18 हजार की सब्सिडी दी जाती हैं। इस तरह तीन किलो वॉट के संयंत्र लगाने पर अधिकतम 78 हजार की सब्सिडी दी जाती हैं। घरों पर तीन किलो वॉट से ज्यादा के संयंत्र भी लगाए जा सकते हैं, लेकिन अधिकतम सब्सिडी 78 हजार ही देय हैं। प्रबंध निदेशक श्री अनूप कुमार सिंह ने बताया कि योजना में प्रकरणों के अत्यंत कम समय में मंजूर किया जाता हैं, इसी से सतत उपभोक्ता इस ओर आकर्षित होकर पैनल्स लगा रहे हैं, अपने उपयोग की बिजली स्वयं तैयार कर रहे हैं। यहां कोयला आधारित बिजली पर निर्भरता कम करने एवं पर्यावरण हितों की रक्षा के लिए अच्छा प्रयास भी हैं।